Thursday 22 September 2016

पाकिस्तान दुनिया का 5वॉं खुराफाती देश: अमेरिका रिपोर्ट



(अरूण जैन)

न्यूयार्क, 23 सितम्बर/आतंकवाद को बढ़ावा और प्रक्षय देने के मामले में पाकिस्तान को दुनिया का सबसे खुराफाती देश करार देते हुए उसे विश्व में पांचवा खतरनाक देश करार दिया गया है। यह खुलासा अमेरिकी इंटेलीजेंस थिंक टैंक ‘इंटेल सेन्टर’ ने अपनी ताजा सर्वेक्षण रिपोर्ट में किया है।
पिछले 10 माह में पाकिस्तान 10 वें स्थान से पांचवे स्थान पर पहुंच गया है। यह रिपोर्ट 18 सितम्बर तक किए गए अध्ययन के बाद इंटेल सेंटर ने ‘कंट्री थ्रेट इंडेक्स (सीटी आई) के बाद जारी की है। इसे विश्व के विभिन्न देशों में चल रही आतंकवादी और विद्रोही गतिविधियों के आंकलन के आधार पर तैयार किया गया है। सेन्टर इन गतिविधियों में हुई मौतों और घायलों की संख्या के आधार पर आंकलन करता है। इस रिपोर्ट ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। क्योंकि इससे साफ पता चलता है कि पाकिस्तान को लेकर भारत ही नही दुनिया के देशों के बीच क्या धारणा है।
इधर चीन ने पाकिस्तानी मीडिया की उन रिपोर्टो को सिरे से खारिज कर दिया है जिसमें काश्मीर पर चीन के पीएम के समर्थन की बात कही गई थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने स्पष्ट किया कि न्यूयार्क में प्रधानमंत्री ली केकियांग 21 सितम्बर को पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मिले जरूर थे। अंतर्राष्ट्रीय और क्षैत्रीय मुद्दों के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर भी बातचीत हुई। पर हमारा मानना है कि काश्मीर मुद्दे का समाधान भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी चर्चा से ही निकलेगा।
यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71वें सत्र में बोलते हुए पाक पीएम नवाज शरीफ ने फिर से काश्मीर मुद्दा उठाते हुए जनमत संग्रह कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारा देश आतंकवाद का सबसे पीडि़त देश है। हमारे हजारों सैनिक आतंकी हमलों में मारे जा चुके हैं। नवाज ने दावा किया कि आतंक विरोधी अभियान में हम सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत के साथ शांति चाहते हैं। भारत के कड़े रूख से घबराए नवाज ने खुद के परमाणु साधन संपन्न होने की धौंस भी दी। बुरहान वानी का जिक्र करते हुए नवाज ने कहा कि वह काश्मीरी युवा नेता था, उसका कत्ल हुवा है। नवाज ने काश्मीर हिंसा की जांच की मांग करते हुए जनमत संग्रह कराने की बात दुहराई/उन्होंने कहा कि काश्मीर मुद्दा सुलझेगा तभी शांति आएगी। उन्होंने भारत पर असहयोगी रवैये का आरोप लगाया।

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