Friday, 28 August 2015

साउथ चाइना सी पर चीन के बढ़ते दखल से दुनिया परेशान

डॉ. अरूण जैन
दक्षिण चीन सागर में मानव निर्मित द्वीप बनाने और इस इलाके पर चीन के दावे को लेकर अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया के कई देशों ने चिंता जाहिर की है।  साउथ चाइना सी (स्ष्टस्) क्षेत्र में जमीन पर दावे से जुड़ी परियोजना को रोकने की बात स्वीकार करने के बावजूद मलयेशिया में आसियान देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में तनाव बढ़ गया। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की तरफ से सबसे कड़ी आलोचना आई। अपने चीन समकक्ष द्वारा इस सिलसिले में भरोसा दिलाये जाने के बावजूद केरी ने चीन पर इस क्षेत्र में जहाजों के आने-जाने और इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाले एयर ट्रैफिक पर रोक लगाने का आरोप लगाया। केरी ने कहा, जहाजरानी और एयर ट्रैफिक की आजादी अंतरराष्ट्रीय सामुद्रिक कानून के बुनियादी स्तंभ हैं। मलयेशिया में भारत की ओर से भाग लेने आए विदेश राज्य मंत्री वी. के. सिंह ने कहा, हम दक्षिण चीन सागर में बनती स्थिति को लेकर आसियान देशों की चिंता से सहमत हैं। इससे पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने गुरुवार को दक्षिण चीन सागर मुद्दे पर चीन का रुख स्पष्ट करते हुए फिलीपींस, जापान तथा अमेरिका के दावे को खारिज कर दिया। आसियान रिजनल फोरम (्रक्रस्न) की बैठक के दौरान वांग ने कहा कि चीन सच बोलना अपरिहार्य समझता है और दक्षिण चीन सागर मुद्दे पर अपने रुख को स्पष्ट करता है, जिसे कुछ देशों ने ्रक्रस्न और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान उठाया है। उन्होंने कहा, सबसे पहले तो दक्षिण चीन सागर में हालात स्थिर हैं और किसी बड़ी झड़प की कोई संभावना नहीं है। इसलिए चीनी किसी भी ऐसी बात और कार्य के खिलाफ हैं, जो मतभेदों को बढ़ाने वाला हो, गतिरोध पैदा करता हो और तनाव को प्रश्रय देता हो। मंत्री ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में नौ-परिवहन को लेकर चीन के पास वही चिंताएं हैं, जो अन्य देशों के पास हैं, क्योंकि चीन का अधिकांश व्यापार समुद्री मार्ग से होता है। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि नौ-परिवहन की महत्ता चीन के लिए भी उतना ही जरूरी है। वांग ने कहा, चीन हमेशा इस रुख पर अड़ा रहा है कि सभी पक्ष दक्षिण चीन सागर में नौ-परिवहन का इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय कानून के आधार पर करें। दक्षिण चीन सागर में नौ-परिवहन तथा फ्लाईओवर की स्वतंत्रता बनाए रखने के लिए चीन अन्य पक्षों के साथ कार्य करने का इच्छुक है। 

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