पहाड़ों के शहर गंगटोक में पर्यटकों के लिए है बहुत कुछ
डॉ. अरूण जैन
समुद्रतल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर बसे सिक्किम की राजधानी है गंगटोक। इसकी खूबसूरती इतनी मनमोहक है मानों हम किसी अलग ही दुनिया में आ गए हों। सिक्किम की खूबसूरती को निहारने के लिए आपको कई दिन लग सकते हैं। अगर आप चार-पांच दिन के टूर पर जा रहे हैं, तो ईस्ट सिक्किम घूम सकते हैं। सिक्किम चार हिस्सों में बंटा है- ईस्ट, वेस्ट, नार्थ और साउथ। ईस्ट सिक्किम में गंगटोक बेहद आकर्षक जगह है। गंगटोक को कश्मीर के बाद धरती का दूसरा स्वर्ग कहा जा सकता है। कंजनजंगा की पहाडिय़ों से घिरे इस शहर की खूबसूरती ऐसी है कि बस आंखें ठहर जाती हैं। गंगटोक में कई जगह बौद्ध मठ बने हैं, जिसके प्रति देश-विदेश के लोगों की आस्था जुड़ी है। बौद्ध मठ का यहां होना यहां के बौद्ध धर्म को दर्शाता है। गंगटोक देखकर ऐसा लगता है मानो हम किसी पहाड़ की चोटी पर हैं। वैसे तो गंगटोक की खूबसूरती इतनी है कि आप चाह कर भी यहां से फुर्सत नहीं पा सकते। गंगटोक जाएं, तो आस-पास की जगह देखना न भूलें। गंगटोक में घूमने लायक और भी जगह हैं। ताशी न्यू पॉइंट यहां से लगभग आठ किलोमीटर दूर है, जहां से पूरे गंगटोक का खूबसूरत नजारा दिखता है। यहां मन को तरोताजा कर देने वाली ठंडी हवाएं यादगार बन कर स्मृतियों में कैद हो जाती हैं। इसके अलावा सात किलोमीटर की दूरी पर गणेश जी का मंदिर है जिसे गणेश टोक कहते हैं। यहां से करीब तीन किलोमीटर दूर हनुमान जी का खूबसूरत मंदिर है। घने जंगलों के बीच रिसर्च इंस्टीटयूट आफ तिब्बतोलॉजी में तिब्बती साहित्य और संस्कृति के बारे में काफी जानकारी उपलब्ध है। गंगटोक को पहाड़ों का शहर भी कहा जाता है। अगर आप पहाड़ के ऊपर का नजारा देखना चाहते हैं तो यहां के मुख्य बाजार में रोप-वे की सुविधा उपलब्ध है। यहां पर ट्रेकिंग, माउनटेनियरिंग, रिवर राफ्टिंग और दूसरे खेलों का भी मजा लिया जा सकता है। गंगटोक में कई मोनेस्ट्रीज हैं, जहां बौद्ध धर्म के बारे में जानकारी मिल जाएगी। विश्व की तीसरी सबसे बड़ी चोटी कंजनजंगा का दृश्य गंगटोक से देखा जा सकता है। गंगटोक के घने जंगलों के कारण वहां का मौसम सुहावना हो जाता है। इन जंगलों में ओक, कानीफेरस, एलपाइन और बांस के बहुत सारे पेड़ देखे जा सकते हैं। अगर फूलों की बात करें, तो यहां आर्किड की बेहद खास वैरायटी देखने को मिलती है। नवंबर से दिसंबर तक यहां और भी फूलों का नजारा देख सकते हैं। जैसे सूरजमुखी, गेंदा और पॉइनसेटिया वगैरह। एमजीमार्ग गंगटोक का मुख्य आकर्षण केंद्र है। यहां गंगटोक का प्रसिद्ध मार्केट है, जहां से आप ढेर सारी शॉपिंग कर सकते हैं। तीस्ता नदी गंगटोक की जीवन रेखा है। यह नदी गंगटोक को सिलीगुड़ी से जोड़ती है। गंगटोक बाकी देशों से बेहतरीन तरीके से जुड़ा है। नजदीकी रेलवे स्टेशन सिलिगुडी और न्यूजलपाईगुड़ी हैं। आप हवाई यातायात का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। वहां का लोकल ट्रांसपोर्ट ट्रैक्सी है। गंगटोक का मौसम पूरे साल सुहावना होता है इसलिए वहां कभी भी जाया जा सकता है। लेकिन बेहतर समय फरवरी से मई और सितम्बर से दिसम्बर तक का है।
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