अध्यक्ष बदलने से बदल सकते हैं राजनैतिक समीकरण
डॉ. अरूण जैन
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद कमलनाथ को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा चल रही है। यदि कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाता है तो प्रदेश सहित जिले के राजनैतिक समीकरण में बदलाव हो सकता है। हालांकि कांग्रेस के कई नेता चाहते हैं कि कमलनाथ के बजाए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी जानी चाहिए। कमलनाथ की गिनती प्रदेश के कद्दावर नेताओं में की जाती है और छिंदवाड़ा से कई बार सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। पूर्व में केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा पूर्व में अटकलों में रही। सन 2018 में मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसलिए कांग्रेस हाईकमान चाहता है कि मध्यप्रदेश की कमान ऐसे हाथों में सौंपी जाए जिससे होने वाले चुनाव में कांग्रेस का परचम लहरा सके। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों का मानना है कि यदि सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी जाए तो युवा नेतृत्व का लाभ मिल सकता है। इधर दिग्गी समर्थकों का मानना है कि प्रदेश में कोई भी प्रदेश अध्यक्ष बने। लेकिन उसमें राजा साहब (दिग्गी) की सहमति जरुरी हैं, क्योंकि प्रदेश के 51 जिलों में राजा साहब का अभी भी प्रभाव बना हुआ है। चर्चा इस बात की है कि यदि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर कमलनाथ की ताजपोशी होती है तो प्रदेश के साथ जिलों में भी राजनैतिक समीकरण बदल सकते हैं।
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