Wednesday, 23 May 2018

अंजू महेंन्द्रू ने डिप्रेशन को कभी अपने पास फटकने तक नहीं दिया

अरूण जैन
अभिनेत्री अंजू जो करती हैं वो डंके की चोट पर करती हैं। उनका कहना है कि लाख दुखों के बाद भी वह कभी कमजोर नहीं पड़ीं और उन्हें कभी डिप्रेशन नहीं हुआ। पेश है अंजू से हुई बातचीत के कुछ अंश । आपने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं। फिर चाहे वे प्यार को लेकर हों या शादी को लेकर। लोग एक-एक करके आपका साथ छोड़ते गए। आपने कैसा महसूस किया?मैंने हमेशा से खुद को ऐसा बनाया कि बाहर लोगों को मेरी परेशानी का आभास न हो। मैंने खुद को जरूरत से ज्यादा मजबूत बनाया है। आज से तीन साल पहले दिवाली के दिन मेरी मां इस दुनिया को अलविदा कह गई और फिर भी मैं नॉर्मल रही। मैंने हमेशा खुद को डिप्रेशन से कोसों दूर रखा क्योंकि मैं जानती हूं कि ए​क बार यदि आप इसमें गए तो बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। इंडस्ट्री के कई ऐसे लोग हैं, जो मेरे दोस्त हैं और वे डिप्रेशन का शिकार हुए हैं लेकिन उन्हें भी मैंने मजबूत रहने की सलाह दी और मैं हमेशा उनके साथ खड़ी रही हूं। इन दिनों आप 'रिश्तों का चक्रव्यूहÓ में दादी की भूमिका में हैं। क्या आप पर्दे पर दादी का किरदार निभाने के लिए तैयार थीं ?मैंने हमेशा से टीवी को बॉलीवुड से ज्यादा प्यार किया है, इसलिए जब भी टीवी पर काम करने की बात आती है तो मैं तैयार हो जाती हूं। फिर यह शो तो था ही इतना अच्छा कि न कहने का सवाल ही नहीं था। मेरा मानना है कि आपका किरदार दादी का हो या फिर हीरोइन का हो, बस अच्छा होना चाहिए और इसमें तो आपने मेरा किरदार देखा ही होगा, इसलिए मैंने इसे करने के लिए फौरन हां कर दी। अक्सर बॉलीवुड में काम करने वाले कलाकारों को टीवी पर काम करने पर दिक्कत होती है क्योंकि  यहां पर 11 से 12 घंटे तक काम करना पड़ता है तो क्या आपको कभी कोई परेशानी नहीं हुई? जैसा कि मैंने पहले भी आपको कहा कि मुझे बॉलीवुड में काम करना पसंद नहीं है। अब मैं जो भी फिल्में करती हूं, वो आपसी रिश्तों के कारण कर लेती हूं। मुझे टीवी में काम करना पसंद है क्योंकि यहां लोग एक ​परिवार की तरह काम करते हैं। साथ खाना खाते हैं और साथ एक-दूसरे के सुख-दुख बांटते हैं लेकिन बॉलीवुड में सभी एक-दूसरे से बड़ा बनने की जदोजहद में लगे रहते हैं। खासकर यदि आप 'रिश्तों का चक्रव्यूहÓ की बात करें तो यहां पर हमने ऐसा माहौल बनाया है कि कोई बाहर का बंदा भी घर जैसा महसूस करता है। यहां तक कि जानवर भी यहां पर आर्टिस्ट के कमरो में सोए रहते हैं। 

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