अरूण जैन
गुजरात चुनाव नतीजों के पक्ष में आने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश के लिए कमर कस रही है। एक तरफ जहां प्रदेश नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान को चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने की पुरजोर कोशिश करेगा वहीं केन्द्रीय संगठन भी एक प्रमुख राज्य में अपनी सरकार को फिर से बनाने की जद्दोजहद करेगा। लेकिन इस बीच संगठन से जुड़े कई बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी के मध्य प्रदेश के नेताओं को अब और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। आपको बता दें कि ग्वालियर से बीजेपी सांसद और केन्द्रीय मंत्री गुजरात में पार्टी के चुनाव प्रभारी नियुक्त किए गए थे वहीं मध्य प्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी चुनाव प्रचार के दौरान सौराष्ट्र की 26 सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी। हाल ही में हुए इन चुनावों में जीत के बाद से ही मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में सियासी मयाने निकाले जाने शुरू हो चुके हैं। वैसे जाहिर तौर पर ये माना जा रहा है कि गुजरात और हिमाचल की जीत के बाद अब मध्य प्रदेश के पार्टी नेताओं का कद बढऩा तय ही है। क्योंकि मध्य प्रदेश के नेताओं को जो जिम्मेदारी इन चुनावों के लिए दी गई थी उसे उन्होंने न सिर्फ बखूबी निभाया बल्कि केन्द्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर भी खरे उतरे, लिहाजा अब उन्हें किसी बड़ी जिम्मेदारी से नवाजा जा सकता है, वो भी मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले। क्यों लग रही है ऐसी संभावना ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी इस समय देश में सबसे ज्यादा राज्यों में सरकार बना चुकी है। देश भर से पार्टी के राज्यों के नेता अब केन्द्रीय राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं ऐसे में पार्टी अपनी सेकेंड लाइन तैयार करने और केन्द्रीय संगठन को और मजबूती देने की कोशिश में हैं। मध्य प्रदेश से अच्छी परफॉर्मेंस वाले नेताओं को भी पार्टी इसीलिए तवज्जो दे सकती है। वैसे इस तरीके से प्रदेश में भी पार्टी के नए नेताओं को मौका मिलेगा, जिससे कि यहां पर भी अगली पंक्ति को मजबूती मिलेगी। सक्रिय होंगे ये पांच चेहरे वैसे इस बारे में पार्टी की ओर से होने वाली गतिविधियां भी दिखाई देने लगी हैं। केंद्र में सक्रिय और मध्य प्रदेश से दूर हो चुके 5 दिग्गज नेताओँ को पार्टी फिर प्रदेश में सक्रिय करेगी। चुनावी साल में प्रदेश के दो केंद्रीय मंत्री, दो केंद्रीय पदाधिकारी और एक सांसद को भाजपा अहम भूमिका में मध्य प्रदेश भेजने की तैयारी कर चुकी है। इन नेताओं के नाम हैं नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, थावरचंद गेहलोत, प्रहलाद पटेल और प्रभात झा। इऩ पांचों नेताओं को मध्य प्रदेश में सक्रिय करके भारतीय जनता पार्टी क्षत्रिय, ब्राह्मण, वैश्य, दलित व पिछड़ा वर्ग में कम होती पैठ को बढ़ाने की कोशिश करेगी। नरेंद्र सिहं तोमर और प्रभात झा प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनके समय पार्टी का सक्सेस ग्राफ अच्छा था। वही कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और थावरचंद गेहलोत की पकड़ अच्छी है।
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