Monday 2 January 2017

भारतीय सेना के जूते की दास्तां
डॉ. अरूण जैन
जयपुर की कंपनी सेना के लिए जूते बनाती है, फिर वह जूते इस्राइल को बेचते थे, फिर इजराइल वहीँ जूते भारत को बेचते थे, और फिर वे जूते भारतीय सैनिकों को नसीब होते थे ! भारत एक नंग जूते के क्रह्य. 25,000/- देते थे। और यही सिलसिला कोंग्रेस द्वारा कई सालो से चल रहा था । जैसे ही वर्तमान रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को यह पता चला, वो चोंके फिर आग बबूला हो गए ..। और तुरंत जयपुर कंपनी के ष्टश्वह्र को मिले, कारण पूछा, तो जवाब मिला भारत को डायरेक्ट जूते बेचने पर, भारत का सरकारी तंत्र सालो तक पेमेंट नहीं देती थी,। इसलिए हम दूसरे देशों में एक्सपोर्ट करने लगे मनोहर पर्रिकर ने कहा एक दिन, सिर्फ एक दिन भी पेमेंट लेट होता है तो आप मुझे तुरंत कॉल कीजिए, बस, आपको हमे डायरेक्ट जूते बेचना है, आप प्राइस बताएं और इस तरह आखिर पर्रिकर ने वहीँ जूते सिर्फ 2200/- में फाइनल किया! सोचिए.. जूते के *25,000/-* देकर कोंग्रेस ने सालों तक कितनी लूंट मचा रखी थी !! विश्वास नहीं हुआ ना?? कोई बात नहीं क्रञ्जढ्ढ लगाइए। 

No comments:

Post a Comment